मोहिनी-मोहिनी मैं करं मोहिनी मेरा नामः, राजा मोहा प्रजा मोहा मोहा शहर ग्रामः, त्रिंजन बैठी नार मोहा चोंके बैठी, स्तर बहतर जिस गली मैं जावा सौ मित्र सौ वैरीवाजे, मन्त्र फुरे वाचं देखा महा मोहिनी तेरे इल्म का तमाशा He understands each and every particular person soo superbly and properly http://anns575cjk0.howeweb.com/profile