निघंटुकारों की दृष्टि में चावल मधुर, स्निग्ध, बलप्रद, कसैला, लघु, रुचिकारक, वीर्यवर्धक, शरीर को पुष्ट करनेवाला, शीतल, पित्तनाशक, मूत्रल, मलबंधक, मल-निष्कासक, उत्तम पाचक, रोगी के लिए पथ्यकर, प्रमेह तथा कृमियों को दूर करनेवाला है। डिप्रेशन की स्थिति में खुद की हेल्प है बेहद जरूरी, इस तरह से रखें खुद https://the-amazing-benefits-of-e57776.kylieblog.com/23529472/the-single-best-strategy-to-use-for-the-amazing-benefits-of-eating-rice