सूर्य पुत्रय धिमहि तन्नो, गोरकाशा निरंजनाः प्रकोदयाति ॐ ह्रीं श्रीं गोम गोरक्ष, निरंजनात्मने हम फट स्वाहाः कुल पांच दिनों के लिए इन चरणों का पालन करने की अनुशंसा की जाती है। शाबर मंत्रों का अपना एक अलग ही इतिहास व अस्तित्व है। जिससे इंकार नहीं किया जा सकता। वैदिक https://baglamukhi03247.mpeblog.com/49692865/the-basic-principles-of-shabar-mantra